सिलीगुड़ी के मेयर गौतम देव

सिलीगुड़ी शहरवासियों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि तीस्ता बांध के जीर्णोद्धार के साथ-साथ फूलबाड़ी में पेयजल निकासी संयंत्र से सटे इलाके से नदी में जमा गाद हटाने का काम शुरू होने जा रहा है।
दरअसल गाजलडोबा के पास तीस्ता नदी के बांध की मरम्मत शुरू हो रही है, जिसमें कम से कम एक महीना लग जाएंगे. सिलीगुड़ी में गाजलडोबा से ही पानी आता है. अगर इतने दिनों तक लोगों को पानी नहीं मिले तो क्या हाल होगा, यह आसानी से समझा जा सकता है. सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव ने आश्वासन  दिया है कि पेयजल का संकट नहीं होगा।  
लेकिन किसी को जल संकट का समाधान नजर नहीं आ रहा है. सिलीगुड़ी नगर निगम ने सिलीगुड़ी के लोगों को यह जरूर आश्वासन दिया है कि सिलीगुड़ी नगर निगम के द्वारा महानंदा के पानी का उपयोग किया जाएगा और निगम के वार्ड और मुहल्लों में लोगों के पीने के लिए पानी की टंकियां अथवा टैंकर भेजे जाएंगे. यह भी कहा जा रहा है कि प्रत्येक बोडो के माध्यम से पानी का पाउच भी उपलब्ध कराया जाएगा.
 सिलीगुड़ी नगर निगम ने एक पेयजल संकट से निपटने के लिए कंट्रोल रूम भी शुरू किया  है. मेयर गौतम देव खुद स्थिति पर नज़र बनाये हुए हैं. उन्होंने कहा कि स्थिति से निपटने के लिए सभी उपाय किये गये हैं. कहीं भी पेयजल की समस्या न हो, इसके लिए अग्रिम उपाय किये गये हैं. लेकिन इसके बावजूद शहरवासी चिंतित हैं.
 पेयजल संकट दूर करना लक्ष्य. मेयर गौतम देव ने कहा, पानी की समस्या के लिए हम शहर की जनता से माफी मांगते हैं. लेकिन हम सड़क पर रहेंगे और कहीं भी पानी की कमी नहीं होगी. हम टैंक, पाउच भेजेंगे.  लोक स्वास्थ्य तकनीकी और सिंचाई विभाग ने काम पूरा करने के लिए एक महीने का समय मांगा, लेकिन हमने कहा कि काम 20 दिनों के भीतर पूरा किया जाना चाहिए। इस बीच जलाशय के काम की प्रगति भी देखेंगे. शहरवासियों की समस्या को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त पानी टंकी व पाउच की व्यवस्था की जा रही है. इसके अलावा 6 करोड़ 9 लाख रुपये से बनने वाली योजना जलाशय का काम भी एक माह के अंदर पूरा करने का आदेश दिया गया है.

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