गौशाला.

जलपाईगुड़ी | कुछ दिन पहले सिलीगुड़ी संलग्न सालूगाड़ा में श्री रामकृष्ण आश्रम पर अवैध कब्जा करने की कोशिश भूमाफियाओं के द्वारा की गई थी, मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद मामला रफा- दफा हुआ था. लेकिन बंगाल में भूमाफियाओं का जाल काफी गहरा है, जिसको ख़त्म करना आसान नहीं दिख़ रहा है. श्री रामकृष्ण आश्रम के बाद इस बार जलपाईगुड़ी के श्री बैकुंठ नाथ पिंजरापोल गौशाला की जमीन हड़पने का मामला सामने आया है जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से की गई है।  जानकारी के अनुसार जलपाईगुड़ी के गौशाला मोड़ में काफी प्राचीन एक गौशाला है 1999 में इस गौशाला की शुरुआत हुई थी और इस गौशाला के पास काफी मात्रा में जमीन है। इसमें से एक 17 बीघा की जमीन जलपाईगुड़ी इंजीनियरिंग कॉलेज के पास है. गौशाला के सदस्यों का आरोप है कि 31 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग से सटे इस 17 बीघा प्लॉट को जब वे चारों तरफ से गार्ड वॉल देने के लिए गए तब उनको पता चला कि यह जमीन प्लाट बनाकर बेच दी गई है. यह सुनते ही उनकी उनके होश उड़ गए. उन्होंने इसकी शिकायत जलपाईगुड़ी के बीएलआरओकार्यालय को लिखित रूप में की। लेकिन सरकारी अधिकारियों के द्वारा इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं करते देख अब गौशाला के सदस्यों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से गुहार लगाई है. 

उन्होंने मांग की है की गौशाला की जमीन को पुन: उनको वापस दिलाया जाए.  जलपाईगुड़ी तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष महुआ गोप ने भी स्वीकार किया है की भूमि हस्तांतरित को लेकर सरकारी व्यवस्था में कुछ खामियां हैं. मामला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की संज्ञान में लाया गया है, उन्होंने कहा कि पूरे मामले में कार्रवाई की जाएगी।अधिकारियों का आवश्यक निर्देश दे दिए गए हैं. इस जमीन मामले में जलपाईगुड़ी सदर बीएलआरओ  राजू तमांग ने कहा कि उन्होंने आज ही इस पद पर ज्वाइन किया है. इसलिए उसे पूरे मामले के देखने के बाद ही कोई टिप्पणी कर सकते हैं.