सिलीगुड़ी । जम्मू-कश्मीर के डोडा में आतंकी और सेना के बीच जोरदार मुठभेड़ में शहीद कैप्टन बृजेश थापा को आज अंतिम विदाई दी गई शहीद हो गए। शहीद हुए कैप्टन बृजेश थापा का दार्जिलिंग में अंतिम संस्कार किया गया है। हर मां की तरह शहीद की मां का भी अपने बेटे को आखिरी विदाई देते वक्त कलेजा फट रहा था। शहीद के मां बाप आखिरी विदाई में ताबूत को ऐसे सहलाते हुए नजर आए जैसे कि वो अपने हीरे के सिर को सहला रहे हो।
इधर आज सुबह बैंगडूबी सैन्य छावनी से शहीद का पार्थिव शरीर निज निवास के लिए रवाना हुआ। रास्ते में उनके अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि देने के लोगों का हुजूम उमर पाड़ा। जहां से भी उनका पार्थिव शरीर गुजारा लोगों ने उनको सैल्यूट देकर नमन किय। फूल चढ़ाकर उनको श्रद्धांजलि अर्पित क। शहीदों के प्रति लोगों का प्यार देखते ही बन रहा था।
आपको बता दें कि बृजेश थापा अपनी ट्रेनिंग पूरी करने के बाद साल 2019 में आर्मी में कमीशंड किए गए थे। इसके बाद दो साल के लिए उन्हें 10 राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात किया गया था। अपने परिवार में तीसरी पीढ़ी के सैन्य अधिकारी कैप्टन थापा 27 वर्ष के थे और पांच साल पहले ही भारतीय सेना में शामिल हुए थे। मृतक अधिकारी की मां नीलिमा ने बताया कि वह सेना की 145 एयर डिफेंस रेजिमेंट से थे और 10 राष्ट्रीय राइफल्स में प्रतिनियुक्ति पर थे।