वामपंथी शिक्षकों ने मंगलवार को जलपाईगुड़ी जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया.

जलपाईगुड़ी जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय का किया घेराव, सीएम ममता का मांगा इस्तीफा  जलपाईगुड़ी। शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार के मामले में कलकत्ता उच्च न्यायालय के ऐतिहासिक फैसले के मद्देनजर राज्य के योग्य शिक्षकों और शिक्षा कर्मियों की नौकरी चली गई है और अपने भविष्य को अनिश्चितता का सामना करना पड़ रहा है। निखिलबंग शिक्षक संघ का दावा है कि यह सब कुछ राज्य सरकार और शिक्षा विभाग में फैले भ्रष्टाचार और लापरवाही के कारण हुई है. निखिलबंग शिक्षक संघ सहित चार संगठनों के सदस्यों ने जलपाईगुड़ी में जोरदार आंदोलन शुरू कर दिया है।सभी योग्य  शिक्षक और शिक्षिकाओं की बहाली की मांग को लेकर वामपंथी शिक्षकों ने मंगलवार को जलपाईगुड़ी जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि शिक्षकों के भ्रष्टाचार की जिम्मेदारी राज्य सरकार को लेनी चाहिए. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पूरी घटना की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए.साथ ही उन्होंने इस अवैध गतिविधि में शामिल नेताओं और मंत्रियों को कड़ी सजा देने की मांग की. निखिलबंग प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला सचिव विप्लव झा ने कहा कि कलकत्ता उच्च न्यायालय के ऐतिहासिक फैसले के मद्देनजर राज्य के योग्य शिक्षकों और शिक्षकों को बड़ी अनिश्चितता का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन जो योग्य शिक्षक हैं उन्हें तुरंत बहाल करने की व्यवस्था सरकार को करनी चाहिए. इस आंदोलन में एसएफआई और डीवाईएफआई कार्यकर्ताओं ने भी हिस्सा लिया.