मालदा। लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र जमा करने के पहले ही दिन भाजपा के जुलूस को लेकर एसयूसीआई ने सवाल उठाया है और भाजपा कार्यकर्ताओं पर मारपीट और छेड़खानी का आरोप लगया है। जिला प्रशासनिक भवन के सामने ही एसयूसीआई ने अपने दलों के नेताओं व कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने और महिलाओं कर्मियों के शरीर पर हाथ देने यही छेड़खानी आरोप लगाकर विरोध जताया. शुक्रवार की दोपहर ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारी व कर्मचारी इन दोनों गुटों की बहस को रोकने के लिए दौड़ पड़े. कुछ देर के लिए जिला प्रशासन भवन के सामने काफी गहमागहमी रही. आरोप है कि दोनों पार्टियों के उम्मीदवार अपना-अपना नामांकन पत्र जमा करने आये थे और यह स्थिति पैदा हो गई .
हालांकि, इंग्लिश बाजार थाने के आईसी संजय घोष के हस्तक्षेप से स्थिति नियंत्रण में आ गयी. लेकिन एसयूसीआई ने आरोप लगाया कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को परेशान किया और पुलिस के सामने महिलाओं से मारपीट की. हालांकि, बीजेपी ने दावा किया है कि यह आरोप पूरी तरह से निराधार है.
गौरतलब है कि शुक्रवार को मालदा में नामांकन पत्र जमा करने का पहला दिन था. इस दिन उत्तर मालदा लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी खगेन मुर्मू नामांकन पत्र जमा करने आये. उस दिन उनके साथ सैकड़ों कार्यकर्ता और समर्थक थे. हालांकि भाजपा को अपना नामांकन दाखिल करने से पहले जिला प्रशासन के पहले गेट से आना था, लेकिन पार्टी उम्मीदवार अधिकांश कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ फोआरा मोड़ से सटे दूसरे गेट से प्रवेश कर गए। वहीं एसयूसीआइ प्रत्याशी के समर्थन में कई कार्यकर्ता व समर्थक पहले से ही मौजूद थे. और फिर दोनों पक्षों के बीच नारेबाजी को लेकर तीखी बहस शुरू हो गई.
एसयूसीआई के मालदा जिला सचिव गौतम सरकार ने कहा कि हमारी पार्टी के उत्तर और दक्षिण मालदा लोकसभा क्षेत्र से दो उम्मीदवार अपना नामांकन पत्र जमा करने आये थे. उनके साथ पार्टी के अन्य नेता और कार्यकर्ता भी थे. लेकिन अचानक जिला प्रशासन भवन के दूसरे गेट पर बीजेपी कार्यकर्ताओं के एक समूह ने हमारी महिलाओं पर हाथ डाला और अभद्र व्यवहार किया. हमने उसी वक्त विरोध किया तो बीजेपी कार्यकर्ता हम पर टूट पड़े. पुलिस सामने खड़ी होकर पूरी घटना देख रही थी. जब हमने विरोध किया तो पुलिस आई और हमारे खिलाफ जवाबी कार्रवाई की. अगर अभी से भाजपा कार्यकर्ता इस तरह का व्यवहार करेंगे तो चुनाव में क्या करेंगे, यह सोच कर डर लगता है. इस घटना की शिकायत चुनाव आयोग से की जायेगी.
वहीं, इस संबंध में उत्तर मालदा लोकसभा क्षेत्र के बीजेपी उम्मीदवार खगेन मुर्मू ने कहा, ”यह पूरी तरह से झूठ है. उनसे पहले हमने प्रशासनिक भवन के बाहर एक निश्चित स्थान पर जुलूस समाप्त कर दिया था.” चुनाव आयोग के निर्देशानुसार कुछ लोग एक साथ प्रवेश किये थे। एसयूसीआई ने जो आरोप लगाए जा रहे हैं वह पूरी तरह से निराधार हैं।