पीड़िता लड़की की आँखों का परीक्षण करते हुए डॉक्टर कल्याण खान.

गौरतलब है कि 2017 में जलपाईगुड़ी जिले के माल ब्लॉक में सहेली चाय बागान में स्थित  सैन्य बेस कैंप में मोर्टार विस्फोट हुआ था। उस घटना में कुछ लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे. इस हादसे में  घायल हुए सुसांता ओरान की दोनों आंखें चली गईं। सही इलाज न होने के कारण शरीर के विभिन्न हिस्सों में घाव होने की समस्या हो जाती है। 7 साल बाद भी वह व्यक्ति शारीरिक समस्याओं से जूझ रहा है । इधर यह खबर पाकर सिलीगुड़ी जलपाईगुड़ी विकास बोर्ड के चेयरमैन सौरभ चक्रवर्ती उनकी मदद को  आगे आये.  उन्होंने  आदिवासी लड़की को खुद जलपाईगुड़ी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया.इसके साथ ही उन्होंने उसके  इलाज की जिम्मेदारी खुद लेने का एलान किया .