जलपाईगुड़ी: हर किसी के जीवन में पहली मार्गदर्शक, परामर्शदाता, दार्शनिक, गुरु और मित्र ‘माँ’ होती है। हालाँकि माँ को अलग-अलग भाषाओं में अलग-अलग शब्दों में पुकारा जाता है, लेकिन वह हर बच्चे के लिए एक अमूल्य संपत्ति होती है। भारत में हर साल मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है। जलपाईगुड़ी जिले के धुपगुड़ी ब्लॉक में बरोघरिया बटतली स्वर्णमयी प्राइमरी स्कूल पिछले कुछ वर्षों की तरह इस वर्ष भी मदर्स डे अनोखे तरीके से मनाया गया. अंतरराष्ट्रीय मातृ दिवस पर स्कूल परिसर में ‘मां पूजा’ का आयोजन किया गया। आज स्कूली छात्र श्रद्धापूर्वक अपनी मां की पूजा करते दिखाई दिए हैं। सबसे पहले छात्र पानी से मां के पैर धोते और फिर फिर हाथ जोड़कर मां की शपथ पाठ पढ़ा.स्कूल के अनुसार यह पहल मां और बच्चों के बीच रिश्ते को मजबूत करने के लिए है. स्कूल की इस पहल से अभिभावक खुश हैं. इस संबंध में स्कूल के कार्यवाहक प्रधान शिक्षक जय बसाक ने कहा कि बच्चे अपने माता-पिता का सम्मान करें और उनसे प्यार करें, इसी उद्देश्य से मां पूजा का आयोजन किया गया है. बहुत से असहाय माता-पिता को बुढ़ापे में वृद्धाश्रम जाना पड़ता है और यहां तक कि संयुक्त परिवार भी टूटरहे है, इसलिए यह पहल माता-पिता के प्रति सम्मानजनक दृष्टिकोण विकसित करने के लिए है।