अलीपुरद्वार जिले के कुमारग्राम ब्लॉक के राधानगर गांव में रात के समय जंगली जानवरों की दहाड़ और सुबह तेंदुए के पैरों के निशान मिलने से गांव वासी के दहशत में हैं। ग्रामीणों के सूचना देने के बाद मौके पर पहुंचे वन विभाग के कर्मियों ने पदचिह्नों को देखा तो बताया कि ये तेंदुए के पैरों के पदचिह्न हैं। इससे पूरे गांव में भय का माहौल हो गया। राधानगर निवासी प्रशांत राय ने बताया कि रात में उनको जंगली जानवरों की दहाड़ सुनाई दी। सुबह में प्रशांत बाबू की पत्नी आंगन में झाड़ू लगाते समय घर के आसपास जंगली जानवरों के पदचिह्नों पर नजर पड़ी। घर के पिछवाड़े में
छोटे और बड़े दोनों तरह के पैरों के निशान देखे गए। इसलिए सभी का मानना है कि ये तेंदुआ और उसके शावकों के पैरों के निशान हैं, जो आसपास की झाड़ियों में छिपा हो सकता है। आज सुबह जब लोगों को यह सूचना मिली तो गांव के लोगों का चीता के पैरों के निशान देखने के लिए तांता लग गया। गृहणी सुमित्रा देवी ने कहा कि वह काफी डरी हुई हैं. ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग ट्रैप कैमरे लगाकर इलाके की निगरानी कर रहा है. वोल्का रेंज के वन कर्मियों ने पदचिह्न के नमूने एकत्र किए और अनुमान लगाया कि ये तेंदुए के पदचिह्न हो सकते हैं। वन कर्मी संबंधित क्षेत्र में निगरानी रखे हुए हैं।